साहसी चूहा की हिंदी कहानी (The Brave Little Mouse)

कहानी:

बहुत समय पहले की बात है। एक घने जंगल में कई जानवर रहते थे। उन्हीं में एक छोटा सा चूहा भी रहता था, जिसका नाम था मीठू। मीठू बहुत ही छोटा था, लेकिन उसमें आत्मविश्वास और हिम्मत बहुत ज़्यादा थी।

जंगल में एक शेर भी रहता था, जिसका नाम था सिंहराज। वह जंगल का राजा था और सभी जानवर उससे डरते थे। लेकिन सिंहराज को अपनी ताकत पर घमंड भी था।

एक दिन सिंहराज सो रहा था, और मीठू खेलते-खेलते उसके ऊपर चढ़ गया। सिंहराज की नींद टूट गई और वह गुस्से में दहाड़ा,

साहसी चूहा की हिंदी कहानी (The Brave Little Mouse)

“कौन है जिसने मेरी नींद खराब की? अब मैं तुझे खा जाऊँगा!”

मीठू काँपते हुए बोला,

“महाराज! मुझे माफ कर दीजिए। मैं एक छोटा सा चूहा हूँ। अगर आपने मुझे छोड़ दिया, तो एक दिन मैं आपकी मदद ज़रूर करूंगा।”

सिंहराज हँस पड़ा और बोला,

“हाहा! तू मेरी क्या मदद करेगा? लेकिन चल, तेरी हिम्मत देखकर आज तुझे छोड़ देता हूँ।”

कुछ दिन बाद, जंगल में शिकारी आए। उन्होंने सिंहराज को पकड़ने के लिए एक बड़ा सा जाल बिछाया। शेर जैसे ही वहाँ से गुज़रा, वह फँस गया। वह जोर-जोर से दहाड़ने लगा लेकिन कोई भी जानवर उसकी मदद करने नहीं आया।

तभी मीठू उधर से गुज़र रहा था। उसने देखा कि सिंहराज जाल में फँसा हुआ है। बिना डरे वह दौड़ा और अपने नुकीले दांतों से जाल काटने लगा। कुछ ही देर में सिंहराज आज़ाद हो गया।

सिंहराज हैरान था और बोला,

“मीठू, तू सच में बहुत बहादुर है। आज तूने साबित कर दिया कि छोटा शरीर मायने नहीं रखता, हिम्मत सबसे बड़ी चीज़ है।”

उस दिन के बाद से सिंहराज और मीठू अच्छे दोस्त बन गए। और जंगल के बाकी जानवरों को भी यह सीख मिली कि कभी किसी को छोटा या कमज़ोर नहीं समझना चाहिए।

शिक्षा:

सच्ची बहादुरी आकार से नहीं, दिल से होती है।
(True courage comes from the heart, not size.)