राजू और परी का जादू | Pari or Bhoot Ki Kahani

एक बार की बात है, एक छोटा सा गाँव था। इस गाँव में एक छोटा सा लड़का रहता था जिसका नाम राजू था। राजू बहुत ही शरारती और डरपोक था। उसे भूतों से बहुत डर लगता था।

एक दिन, राजू अपने दोस्तों के साथ जंगल में खेल रहा था। अचानक, राजू को एक भूत दिखाई दिया। भूत बहुत ही भयानक था। उसके सिर पर लंबे-लंबे बाल थे, उसके दांत बहुत लंबे थे और उसकी आंखें बहुत लाल थीं।

राजू इतना डर गया कि वह चीख पड़ा। उसके दोस्त भी बहुत डर गए। वे सब भागने लगे। राजू भी भागा, लेकिन भूत उसके पीछे पड़ गया।

भूत ने राजू को पकड़ा और उसे अपने साथ ले गया। राजू बहुत डर गया था। वह सोच रहा था कि अब वह मर जाएगा।

भूत ने राजू को एक पुराने घर में ले जाया। घर बहुत ही खंडहर हो गया था। घर में अंधेरा था और कोई आवाज नहीं थी।

भूत ने राजू को एक कमरे में बंद कर दिया। राजू बहुत डर गया था। वह रोने लगा।

तभी, राजू को एक आवाज सुनाई दी। आवाज ने कहा, “रो मत, राजू। मैं तुम्हारी मदद करूंगा।”

राजू ने आवाज की तरफ देखा। उसने देखा कि एक छोटी सी परी उसके सामने खड़ी है। परी बहुत ही सुंदर थी। उसके बाल सोने जैसे थे और उसके कपड़े नीले रंग के थे।

परी ने राजू से कहा, “मैं तुम्हें भूत से बचाऊंगी।”

परी ने अपने हाथ में एक जादू की छड़ी उठाई। उसने जादू की छड़ी से भूत को डराया। भूत इतना डर गया कि वह भाग गया।

परी ने राजू को कमरे से बाहर निकाला। राजू बहुत खुश था। उसने परी को धन्यवाद दिया।

परी ने राजू से कहा, “अब से डर मत। भूत तुम्हारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते।”

राजू ने परी की बात मान ली। वह अब भूतों से नहीं डरता था।

राजू और उसके दोस्त घर लौट आए। राजू ने अपने माता-पिता को सारी बात बताई। राजू के माता-पिता बहुत खुश हुए।

राजू ने उस दिन से भूतों से डरना बंद कर दिया। वह एक साहसी लड़का बन गया।

Moral of the story:

भूतों से मत डरो. वे सिर्फ काल्पनिक प्राणी हैं. बहादुर बनें और अपने डर का सामना करें।.

Do not be afraid of ghosts. They are just imaginary creatures. Be brave and face your fears.

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