एक बार, एक जंगल में, एक शेर रहता था। वह जंगल का राजा था। सभी जानवर उससे डरते थे। एक दिन, शेर को एक बकरी मिली। बकरी बहुत सुंदर थी। शेर ने बकरी को खाना चाहता था। लेकिन बकरी ने कहा, “महाराज, मुझे मत खाओ। मैं तुम्हारी दोस्त बनूंगी।” शेर ने कहा, “ठीक है।”
बकरी और शेर दोस्त बन गए। वे हर दिन साथ खेलते थे। एक दिन, शेर को एक शिकारी ने पकड़ लिया। शिकारी ने शेर को एक पिंजरे में बंद कर दिया। बकरी ने यह देखा। उसने शिकारी को भगाने का फैसला किया।
बकरी शिकारी के पास गई। उसने कहा, “शिकारी, मुझे पिंजरे में बंद कर दो। मैं शेर की दोस्त हूं। वह मुझे नहीं खाएगा।” शिकारी ने बकरी की बात पर विश्वास कर लिया। उसने बकरी को पिंजरे में बंद कर दिया।
बकरी पिंजरे में गई। उसने शेर से कहा, “महाराज, चिंता मत करो। मैं तुम्हें यहां से निकालूंगी।” बकरी ने पिंजरे का ताला तोड़ दिया। शेर पिंजरे से बाहर आ गया।
शेर ने बकरी को कहा, “तुम्हारी वजह से मैं बच गया। तुम मेरी सच्ची दोस्त हो।” बकरी ने कहा, “महाराज, मैं हमेशा तुम्हारी दोस्त रहूंगी।”
नैतिक शिक्षा: सच्चे दोस्त मुश्किल समय में हमेशा साथ देते हैं।
Moral: True friends always stand by each other in difficult times.
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