चालाक खरगोश चीकू की कहानी (Chiku the Clever Rabbit)

बहुत समय पहले की बात है, एक घना जंगल था। उस जंगल में कई जानवर रहते थे — शेर, हाथी, हिरन, बंदर और पक्षी। लेकिन उस जंगल में सबसे प्यारा और चालाक जानवर था चीकू खरगोश।

चीकू बहुत छोटा था लेकिन उसका दिमाग तेज था। वह हमेशा सबकी मदद करता और हर किसी के साथ दोस्ताना व्यवहार करता। जंगल के सभी जानवर उसे बहुत पसंद करते थे।

एक दिन की बात

गर्मियों का मौसम था। जंगल में पानी की बहुत कमी हो गई थी। नदी सूख गई थी और तालाब में बहुत कम पानी बचा था। सभी जानवर चिंतित थे कि अगर जल्द ही बारिश नहीं हुई, तो पीने के लिए पानी भी नहीं बचेगा।

शेर राजा ने सभा बुलाई और सभी जानवरों को बुलाया।
“हमें किसी तरह पानी की व्यवस्था करनी होगी,” शेर बोला।
हाथी बोला, “हम गड्ढा खोद सकते हैं, शायद नीचे पानी हो।”
बंदर बोला, “हम बादलों से प्रार्थना करें कि जल्दी बारिश हो।”

सभी ने अपने-अपने सुझाव दिए, लेकिन कोई हल नहीं निकल पाया। तभी चीकू खरगोश खड़ा हुआ।
“राजा जी, मुझे एक योजना सुझी है,” चीकू बोला।

सभी जानवर चुप हो गए और चीकू की बात सुनने लगे।

चीकू की योजना

“जंगल के पश्चिम में एक पुराना कुआँ है। वह गहरा है और वहाँ शायद अब भी पानी हो। लेकिन वहाँ जाना खतरे से खाली नहीं है क्योंकि रास्ते में एक भयानक अजगर रहता है,” चीकू ने कहा।

सभी जानवर डर गए। अजगर बहुत खतरनाक था और किसी को भी जिंदा नहीं छोड़ता था।

“अगर हम वहाँ से पानी ला सकें, तो हमारी समस्या हल हो जाएगी,” चीकू बोला।

शेर ने पूछा, “क्या तुम उस अजगर से निपट सकते हो, चीकू?”
“हाँ, बस मुझे थोड़ी मदद चाहिए,” चीकू ने कहा।

शेर ने अनुमति दे दी और चीकू अपनी योजना पर काम करने लगा।

चालाकी से सामना

चीकू ने एक बड़ा मटका लिया और उसमें थोड़ा सा शहद, नीम की पत्तियाँ और मिर्च मिला दी। वह जानता था कि यह मिश्रण किसी को भी चक्कर में डाल सकता है।

अगली सुबह, वह कुएं की तरफ चल पड़ा। जैसे ही वह कुएं के पास पहुँचा, अजगर आ गया और फुफकारने लगा।

“तू कौन है, और यहाँ क्या कर रहा है?” अजगर बोला।

चीकू डरने की बजाय मुस्कुराया।
“मैं तुम्हारे लिए स्वादिष्ट पेय लेकर आया हूँ। यह राजा शेर ने तुम्हें उपहार में भेजा है,” चीकू बोला।

अजगर ने मटका सूंघा, उसे अच्छा लगा। उसने पूरा पेय पी लिया।

कुछ ही देर में अजगर की आँखें भारी हो गईं और वह गहरी नींद में सो गया। चीकू ने जल्दी से कुएं से पानी निकाला और लौट आया।

जंगल में खुशी

चीकू हर रोज़ कुएं से पानी लाता और सब जानवरों में बाँटता। धीरे-धीरे और भी जानवर उसकी मदद करने लगे। उन्होंने अजगर से बिना डरे पानी लाना शुरू कर दिया।

कुछ दिन बाद बारिश भी हो गई और जंगल फिर से हरा-भरा हो गया।

शेर ने चीकू को सम्मानित किया और उसे जंगल का “बुद्धिमान सलाहकार” घोषित किया।

कहानी से सीख

छोटा होने का मतलब यह नहीं कि तुम कमजोर हो। अगर तुममें आत्मविश्वास, बुद्धिमानी और दिल से मदद करने की भावना हो, तो तुम बड़े-बड़े काम कर सकते हो।

Moral of the Story:
“Wisdom and courage are more powerful than strength.”
“बुद्धिमानी और साहस, ताकत से भी ज्यादा ज़रूरी हैं।”

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